अल्ज़ाइमर एक ऐसी बीमारी है जिसमें याददाश्त और सोचने की क्षमता धीरे-धीरे खत्म हो जाती है।

लिथियम हमारे दिमाग में प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है, लेकिन अल्ज़ाइमर में इसका स्तर बहुत घट जाता है।

हार्वर्ड की नई रिसर्च में पाया गया — लिथियम की कमी अल्ज़ाइमर की शुरुआती निशानी हो सकती है।

अल्ज़ाइमर में बनने वाले Amyloid-beta plaques लिथियम को बांध लेते हैं, जिससे दिमाग को नुकसान होता है।

वैज्ञानिकों ने एक नया रूप खोजा — Lithium Orotate — जो प्लाक से नहीं चिपकता और दिमाग की याददाश्त लौटाता है (चूहों पर परीक्षण में)।

चूहों में याददाश्त लौटी, प्लाक और टॉक्सिन घटे, और कोई साइड इफेक्ट नहीं दिखा।

अभी इंसानों पर ट्रायल बाकी हैं। बिना डॉक्टर की सलाह लिथियम लेना खतरनाक हो सकता है।

अगर रिसर्च सफल रही, तो लिथियम ओरेटेट अल्ज़ाइमर रोकने और इलाज में क्रांतिकारी साबित हो सकता है।

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